जब हम एक बार यह तय कर लेते हैं कि हमें अपना ब्लॉग बनाना है और इसके लिए लिखना शुरू करना है तो शुरुआत में हमारे सामने कई तरह के प्रश्न होते हैं कि अब हम क्या करें, कैसे करें, क्या क्या करना है इत्यादि। इस पोस्ट में इसी संबंध में संक्षेप में जानकारी दी जा रही है।
परंतु इस तरह से ब्लॉग बनाने का एक नुकसान यह है कि इसमें हमें .com एक्सटेंशन नहीं मिलता है। ब्लॉगर में ब्लाग बनाने पर हमें .blogspot.com एक्सटेंशन मिलता है और वर्डप्रेस पर बनाने से .wordpress.com एक्सटेंशन मिलता है।
यदि हमें अपना खुद की पसंद का .com एक्सटेंशन के साथ ब्लॉग बनाना है तो हमें डोमेन खरीदना पड़ेगा। यह डोमेन हम कई जगह से खरीद सकते हैं जैसे Bluehost, Godaddy इत्यादि। डोमेन खरीदना बहुत महंगा नहीं है यह लगभग 500 रुपयों में 1 साल के लिए मिल जाता है। डोमेन खरीदने के बाद हमें उसके लिए होस्टिंग भी खरीदनी पड़ेगी जहां हमारे द्वारा लिखी गई पोस्ट होस्ट होगी। होस्टिंग से मतलब वह जगह जहाँ पर हमारा लिखा हुआ पोस्ट स्टोर और सेव रहेगा। होस्टिंग भी लगभग 2000 रुपयों में साल भर के लिए मिल जाती है। इस तरह से एक साल का लगभग खर्चा 2000 से 3000 के बीच हो सकता है। इस तरह से अपना डोमेन और अपनी होस्टिंग रखने पर हमें कुछ सुविधाएं मिल जाती है। इसमें हमें अपने ब्लॉग के थीम, लेआउट वगैरह में बदलाव करने की अधिक आजादी रहती है।
हमने अपना क्या लक्ष्य रखा है इस बात पर विचार करके हम यह तय कर सकते हैं कि हमें इनमें से तरह से अपना ब्लाग बनाना है।